पर तेरी खामोशी अब मुझसे बात नहीं करने देती।
हर खुशी अब सिर्फ एक मासूम ख्वाब सा लगता है।
तू याद आता है और मन में सन्नाटा सा हो जाता है।
कभी चेहरे पर मुस्कान, कभी आँखों में आंसू,
दिल को तेरे बिना जीना अब मुमकिन नहीं।”
लेकिन तेरे बिना जीने की आदत भी हो गई है।
क्योंकि उम्मीदें ही सबसे ज़्यादा तोड़ती हैं
ये दिल भी तो तुम्हारा है, इसका भी अब कोई मान नहीं।
अब दिल में सिर्फ तेरी यादें बाकी रह गई हैं।
जहा वक़्त मेरा जज बैठा और नसीब मेरा वकील sad shayari for boys था ..!!
रिश्ते निभाने की उम्मीद हमसे ही क्यों,
क्योंकि मोहब्बत में बस दर्द पाया है मैंने।
कि अब किसी और को चाहना नामुमकिन है अब sad shayari for boys तन्हाई ही मेरा सहारा है,
क्योंकि तू वही दर्द है जिसे सहा नहीं जाता।